जो बाँधने से बंध जाए
और तोड़ने से टूट जाए
उसका नाम है "बन्धन"
जो अपने आप बन जाए
और जीवन भर ना टूटे
उसका नाम है "सम्बन्ध"
और प्रार्थना है श्री माताजी से:-
हमारी सब कमियों को दूर कर दें। गलतियों को क्षमा कर दें और अपने से सम्बन्ध और मज़बूत कर दें।
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