मोमबती के अंदर पिरोया गया
धागा मोमबती से पूछता है.. ..
"" जब मैं जलता हूं तो तू क्युं
पिघलती (रोती) है ??""
""मोमबती ने सुंदर जवाब
दिया ....
कहा कि------""
""जब किसी को दिल के अंदर
जगह दी हो और वो ही छोड़के
चला जाये तो रोना तो आयेगा ही....""!
Jokes best messages inspirational quotes good morning night evening shares शुभ विचार ॐ हिंदी चुटकुले
Friday, 5 February 2016
धागा मोमबती से
मुस्कुराते रहिये ...
फूलो की तरह
मुस्कुराते रहिये ...
भंवरों की तरह
गुनगुनाते रहिये ...
चुप रहने से रिश्ते भी
उदास हो जाते है ...
कुछ उनकी सुनिये
कुछ अपनी सुनाते रहिये ...
भूल जाइये शिकवे शिकायतों
के पलों को ...
और ...
छोटी छोटी खुशियों के
मोती लुटाते रहिये ...
Wednesday, 3 February 2016
एहसास
एक बार संख्या 9 ने 8 को थप्पड़ मारा 8 रोने लगा...
पूछा मुझे क्यों मारा..?
9 बोला...
मैं बड़ा हु इसीलए मारा..
सुनते ही 8 ने 7 को मारा
और 9 वाली बात दोहरा दी
7 ने 6 को..
6 ने 5 को..
5 ने 4 को..
4 ने 3 को..
3 ने 2 को..
2 ने 1 को..
अब 1 किसको मारे
1 के निचे तो 0 था !
1 ने उसे मारा नहीं
बल्कि प्यार से उठाया
और उसे अपनी बगल में
बैठा लिया
जैसे ही बैठाया...
उसकी ताक़त 10 हो गयी..!और 9 की हालत खराब हो गई.
जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,
कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,
दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,
"अनमोल रिश्तों"
का तो बस "एहसास" ही काफी हैं !
बहुत ही खूबसूरत लाईनें..
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!
अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका...!!"
"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो !
एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!
एक शानदार बात
बदला लेने में क्या मजा है
मजा तो तब है जब तुम सामने वाले को बदल डालो..||
इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...
Tuesday, 2 February 2016
Beautiful words by Mother Theresa
Beautiful words by Mother Theresa.
If your eyes are positive, you will love the world,
But if your tongue is positive the world will love you.
जीत पक्की है
जीत पक्की है
कुछ करना है, तो डटकर चल,
थोड़ा दुनियां से हटकर चल,
लीक पर तो सभी चल लेते है,
कभी इतिहास को पलटकर चल,
बिना काम के मुकाम कैसा ?
बिना मेहनत के, दाम कैसा ?
जब तक ना हासिल हो मंज़िल
तो राह में, राही आराम कैसा ?
अर्जुन सा, निशाना रख, मन में,
ना कोई बहाना रख !
लक्ष्य सामने है, बस उसी पे अपना ठिकाना रख !!
सोच मत, साकार कर,
अपने कर्मो से प्यार कर !
मिलेगा तेरी मेहनत का फल,
किसी ओर का ना इंतज़ार कर !!
जो चले थे अकेले उनके पीछे आज मेले है ।।
जो करते रहे इंतज़ार वो
जिंदगी में आज भी अकेले हैं।।
सुप्रभात अरूणोदय अभिनंदन
सुप्रभात अरूणोदय अभिनंदन
नव वंदन नव अर्चना, नित्य करूं उठ भोर।
करुणानिधि किरपा करो, देख हमारी ओर।।
हे परमपिता परमात्मा नित्य प्रातः काल उठते ही मुझे आपका स्मरण हो आता है हे। समस्त जगत के प्राणियों के मनोभावों को जानने वाले करुणाकर मेरी भी सुध लिजिये क्योंकि प्रतिक्षण मेरी आँखें आपकी की ही और लगी रहती है
Monday, 1 February 2016
अच्छे वक्त
मेरे अच्छे वक्त ने दुनिया को
बताया की मैँ कैसा हुँ️
और
मेरे बुरे वक्त ने मुझे बताया
की दुनिया कैसी है ‼️