Sunday 7 August 2016

दूध

दूध उपयोगी है किंतु एक ही दिन के लिए, फिर वो बिगड जाता है.  दूध में एक बूंद छाछ डालने से वह दही बन जाता है, जो केवल एक और दिन टिकता है.  दही का मंथन करने पर मक्खन बन जाता है, यह एक और दिन टिकता है. मक्खन को उबालकर घी बनता है. घी कभी बिगडता नहीं.
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एक दिन में बिगडने वाले दूध में न बिगड़ने वाला घी छिपा है. 
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इसी तरह आपका मन अथाह शक्तियों से भरा है. उसमे कुछ सकारात्मक विचार की बिलोनी डालो, अपने को मथो अर्थात चिंतन करो और अपने जीवन को तपाओ.
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आप कभी न ख़राब होने वाले शुद्ध आत्मा बन जाओगे....

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