Thursday 10 March 2016

भगवान के दोस्त

एक बच्चा गला देने वाली सर्दी में
नंगे पैर गुलदस्ते बेच रहा था
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लोग उसमे भी मोलभाव कर रहे थे।
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एक सज्जन को उसके पैर देखकर बहुत दुःख हुआ, सज्जन ने बाज़ार से नया जूता ख़रीदा
और उसे देते हुए कहा "बेटा लो, ये जूता पहन लो"
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लड़के ने फ़ौरन जूते निकाले और पहन लिए
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उसका चेहरा ख़ुशी से दमक उठा था.
वो उस सज्जन की तरफ़ पल्टा
और हाथ थाम कर पूछा, "आप भगवान हैं ?
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"उसने घबरा कर हाथ छुड़ाया और कानों को हाथ लगा कर कहा,
"नहीं बेटा, नहीं, मैं भगवान नहीं"
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लड़का फिर मुस्कराया और कहा,
"तो फिर ज़रूर भगवान के दोस्त होंगे,
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क्योंकि मैंने कल रात भगवान से कहा था
कि मुझे नऐ जूते देदें".
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वो सज्जन मुस्कुरा दिया
और उसके माथे को प्यार से चूमकर अपने घर की तरफ़ चल पड़ा.
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अब वो सज्जन भी जान चुके थे
कि भगवान का दोस्त होना
कोई मुश्किल काम नहीं..
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दोस्तों खुशियाँ बाटने से मिलती है
....

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