Saturday 24 September 2016

कंधे पर


मेरे कंधे पर बैठा मेरा बेटा जब मेरे कंधे पे खड़ा हो गया
मुझी से कहने लगा ';देखो पापा में तुमसे बड़ा हो गया';
मैंने कहा ';बेटा इस खूबसूरत ग़लतफहमी में भले ही जकडे रहना मगर मेरा हाथ पकडे रखना';
';जिस दिन यह हाथ छूट जाएगा
बेटा तेरा रंगीन सपना भी टूट जाएगा';
';दुनिया वास्तव में उतनी हसीन नही है
देख तेरे पांव तले अभी जमीं नही है';
';में तो बाप हूँ बेटा
बहुत खुश हो जाऊंगा
जिस दिन तू वास्तव में मुझसे बड़ा हो जाएगा
मगर बेटे कंधे पे नही ...
जब तू जमीन पे खड़ा हो जाएगा!!
ये बाप तुझे अपना सब कुछ दे जाएगा ! और
तेरे कंधे पर दुनिया से चला जाएगा !!.

स्नेहिल-प्रभात...!

स्नेहिल-प्रभात...!!!

जीत मिले जीवन में, हर बाधा जाए हार;
सफलता सजे थाल पर, बने ख़ुशियाँ गले का हार;
दुःख सभी के दूर होवें, मिट जाए कष्ट-क्लेश;
नव-प्रगति नव-उल्लास का, नित होवे श्री गणेश।

कठिनाईयां

अगर इंसान शिक्षा से पहले संस्कृति ,,
व्यापार से पहले व्यवहार,,,
और भगवान से पहले माता-पिता,,
को पहचान ले तो,,
ज़िंदगी में कभी कोई ,,,
कठिनाईयां नहीं आएगी,,||

 

स्वर्ग के लिए कोई टिफिन सेवा...

श्राद्ध

☀ स्वर्ग के लिए कोई टिफिन
सेवा...
शुरू नही हुई है ।

⭐ माता-पिता को जीते-जी ही...
सारे सुख देना वास्तविक श्राद्ध है

समय

*"समय बहाकर* ले जाता है
            *नाम और निशान*...
कोई *हम* में रह जाता है
            कोई *अहम* में रह जाता है..

बोल मीठे ना हों तो *हिचकियाँ* भी नहीं आती....
*घर बड़ा हो या छोटा*,
अगर *मिठास* ना होंतो *इंसान* क्या,
*चींटियां* भी नहीं आती"...! 

तोड़ना

रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो जायें
लेकिन उन्हें तोड़ना मत.

क्योंकि
पानी चाहे कितना भी गंदा हो
प्यास भले ही ना बुझाए
पर आग तो बुझा ही सकता है.

नेत्र दान

जिनकी नजरों में हम अच्छे नही हैं
.
.
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_वो अपना नेत्र दान कर सकते हैं_