Thursday, 28 April 2016

मीठा ही रहू


दरिया ने झरने से पूछा
तुझे समन्दर नहीं बनना है क्या..?

झरने ने बड़ी नम्रता से कहा
बड़ा बनकर खारा हो जाने से अच्छा है

छोटा रह कर मीठा ही रहूँ

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